Saturday 6 August 2011

चिड़िया



बहेलिया
प्रसन्न है
उसने अन्न के ऊपर
जाल बिछा दिया है
भूख की मारी
चिड़िया
उतरेगी
ही .
चिड़िया
उदास है
उसे सुबह अच्छी लगती है
पर देख रही है वह
धरती के किसी भी छोर पर
नहीं हो रही है
 सुबह .

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