मालिक ने बेदर्दी से
कटवा दीं थीं
सेमल की हरी-भरी मजबूत
नीचे की दो बाहें
ठूँठ सा दिखने लगा था
सेमल का व्यक्तित्व
कटवा दीं थीं
सेमल की हरी-भरी मजबूत
नीचे की दो बाहें
ठूँठ सा दिखने लगा था
सेमल का व्यक्तित्व
मौसम गुजरे
जख्म सूखने पर भी
अधूरा ही दीखता रहा वह
आज बसंत के स्वागत में
जाने कैसे उगा लिए हैं उसने
ठूँठ हिस्से में गुलाबी-धानी किसलय
जख्म सूखने पर भी
अधूरा ही दीखता रहा वह
आज बसंत के स्वागत में
जाने कैसे उगा लिए हैं उसने
ठूँठ हिस्से में गुलाबी-धानी किसलय
बसंत मगन है
मुझे हरे दिख रहे हैं सेमल के सूखे जख्म |
मुझे हरे दिख रहे हैं सेमल के सूखे जख्म |
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