Saturday 5 October 2013

केश-कोड



साईकिल चलाती हुई 
लड़कियाँ 
लौट रही हैं स्कूल से 
कुछ के कटे हुए छोटे बाल 
लहरा रहे हैं हवा में 
कुछ ने खोल दिए हैं 
अपने लंबे बाल भी 
कुछ के बाल बंधे हुए हैं 
दो चोटियों और फीतों में कसकर 
स्कूल में लागू हो गया है केश-कोड 
जरूरी है बालों को 
दो चोटी और फीतों से बांधना 
ताकि नियंत्रित रहें 
लड़कियों की किशोर इच्छाएं 
खिलखिला रही हैं 
कटे छोटे बालों वाली लड़कियाँ 
नहीं लागू हो सकता 
उनके बालों पर केश-कोड 
खुश हैं 
जिन्होंने कैम्पस से निकलते ही 
खोलकर अपने लम्बे बाल 
केश-कोड की ऐसी- तैसी कर दी है 
कुढ़ रही हैं 
बंधे बालों वाली कुछ लड़कियाँ 
तो शांत हैं शुरू से ही माँ के संस्कारों से 
बंधी चोटी वाली कुछ लड़कियाँ 
मुझे नहीं भा रहा है 
नई नदियों को इस तरह बांधना 
जी चाहता है 
आगे बढकर खोल दूँ 
उनके बंधे हुए बाल 
ताकि वे हवा में लहराएं 
और बच्चियाँ खिलखिलाएँ 
देख रही हूँ 
मेरे हाथ भी बंधे हुए हैं |



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