कुछ रिश्ते
मरने पर भी
नहीं छोड़ पाते
अपनी ऊष्मा
कुछ जीते जी भी
मुर्दे की तरह
ठंडे होते हैं
क्योंकि उसमें दुनियावी
गोरखधंधे होते हैं |
मरने पर भी
नहीं छोड़ पाते
अपनी ऊष्मा
कुछ जीते जी भी
मुर्दे की तरह
ठंडे होते हैं
क्योंकि उसमें दुनियावी
गोरखधंधे होते हैं |
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