वो न मिल पाया
तभी तो कशिश है
कशिश न मिटे इसी की कोशिश है।
कशिश न मिटे इसी की कोशिश है।
वो न मिल पाया
इसका क्या रोना
जिसको मिला है वो भी रो रहा है।
जिसको मिला है वो भी रो रहा है।
भूख
हमें भी लगती है जनाब
औरत हूँ तो क्या इंसान नहीं हूँ |
औरत हूँ तो क्या इंसान नहीं हूँ |
युगों
से तुम्हारी ही तो चलती आई है जनाब
आज हमने भी चला ली कयामत क्यों आ गयी ?
आज हमने भी चला ली कयामत क्यों आ गयी ?
कह
दिया तो कह दिया तुम कहते रहे सदा
सुन लिया बस सुन लिया तुमसे सुना न गया |
सुन लिया बस सुन लिया तुमसे सुना न गया |
वो
ठीक था तुम्हें ठीक जो लगा
जो ठीक न लगा तुम्हें बेठीक हो गया ?
जो ठीक न लगा तुम्हें बेठीक हो गया ?
प्रेम
करते वक्त वो इंसान था मेरी तरह
अधिकार दे दिया तो भगवान हो गया |
अधिकार दे दिया तो भगवान हो गया |
बहुत
से प्रश्नन हैं तुम्हारे प्रश्न पत्र में
उत्तर बस एक कि अब उत्तर नहीं देना |
उत्तर बस एक कि अब उत्तर नहीं देना |
जो
कुछ पाया मेहनत से पाया
बहुत ना पाया इसका क्या रोना ?
बहुत ना पाया इसका क्या रोना ?
उसकी नजर में हम कतरें हैं लेकिन
हमसे ही तो वो समंदर बना है
हमसे ही तो वो समंदर बना है
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