अनिर्मित पथ
Tuesday, 7 March 2017
मैं शायर तो नहीं फिर भी ..
पिंजरे बनाए ही इसलिए गए
कैद होकर मैना "मैं "ना कहे।
आजाद मैनाएं उन्हें भी भाती हैं बहुत
अपनी मैना पर कैद पिंजरे में ही रहे ।
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