पतली कमर और खिले चेहरे वाले
कनेर भाई
हरे पत्तों के घर में
पीली हँसी बिखेरते
तुम बड़े अच्छे लगते हो
अमीर तुम्हें पसंद नहीं करते
तुमसे नहीं सजाये जाते मंडप
ना ही दिए जाते उपहार में
सुहाग-सज्जा के भी काम नहीं आते
गंध ही नहीं है मादक,फल भी बेडौल
फिर भी कुछ खास बात है तुममें
कि सबसे अधिक दिखाई देते हो तुम ही
गरीब तुम्हें प्यार करते हैं
उनके दरवाजे और पूजा में
जरूर दिख जाते हो तुम
तुम्हारी कई नस्लें तैयार हैं आजकल
रंग भी कई दिखने लगे हैं
पर नहीं है बदला तुम्हारा स्वभाव
कोमल इतने कि अलग होते ही
माँ की गोद से मुरझाने लगते हो
फिर भी जाने क्यों अच्छे लगते हो |
कनेर भाई
हरे पत्तों के घर में
पीली हँसी बिखेरते
तुम बड़े अच्छे लगते हो
अमीर तुम्हें पसंद नहीं करते
तुमसे नहीं सजाये जाते मंडप
ना ही दिए जाते उपहार में
सुहाग-सज्जा के भी काम नहीं आते
गंध ही नहीं है मादक,फल भी बेडौल
फिर भी कुछ खास बात है तुममें
कि सबसे अधिक दिखाई देते हो तुम ही
गरीब तुम्हें प्यार करते हैं
उनके दरवाजे और पूजा में
जरूर दिख जाते हो तुम
तुम्हारी कई नस्लें तैयार हैं आजकल
रंग भी कई दिखने लगे हैं
पर नहीं है बदला तुम्हारा स्वभाव
कोमल इतने कि अलग होते ही
माँ की गोद से मुरझाने लगते हो
फिर भी जाने क्यों अच्छे लगते हो |
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